इसी मुश्किल की घड़ी में विश्व पर्यावरण को लेकर अच्छी खबर आ रही है।दुनियाँ में प्रदूषण के स्तर में अभूतपूर्व सुधर हुआ है।सागर,समुद्र से नीली रौशनी निकल रही है।नदियों का जल स्वछ,निर्मल हुआ है।जीव,जंतु,पशु,पक्षी स्वछ हवा,वातावरण से खुश हैं।जानवर,पशु शहरों की सड़कों पर आ जा रहे हैं।जालंधर,सहारनपुर जैसे कुछ शहरों से हिमालय की पहाड़ियां दिख रहीं है।प्रकृति हमें जीवन देती है।
प्रकृति को दुनियाँ भर में हुए लॉकडॉउन से अभूतपूर्व लाभ हुआ है।रिपोर्ट यह भी आ रही है कि ओजोन छेद को प्रकृति ने भर दिया है।यह एक सुखद जानकारी है जो हमारे जीवन से जुड़ा है।सूर्य की बुरी किरणों से ओजोन लेयर हमें बचाता है।बीमारियों से हमारी रक्षा करता है।
बुरे समय में दुनियाँ के सभी देशों ने अपने यहाँ लॉकडाउन लागू किया है।पर्यावरण में हुए अद्भुत लाभ को देखते हुए यह प्रयोग के रूप में आगे भी किया जा सकता हैं।लाभ होगा।प्रकृति की रक्षा के लिये अगर सभी देश मिलकर यह निर्णय लें कि प्रत्येक महीने के अंतिम शनिवार,रविवार को दुनियाँ में पूर्ण लॉकडाउन रहेगा।
मुश्किल है पर जिस प्रकार सभी ने मिलकर कोरोनॉ के डर से इसे लागू किया है उसी प्रकर प्रकृति को बचाने के लिए आगे भी इसे लागू किया जा सकता है।
विश्व समुदाय निर्णय करें।प्रकृति को बचायें।